डिजिटल दौर की शुरुआत हो रही है। और पिछले कुछ सालों में जिस तरह से बिटक्वाइन ख़बरों में छाया रहा उस हद तक किसी भी और चीज़ पर चर्चा नहीं हुई है। यूरो, पाउंड और डॉलर भूल ही जाइए। अब हम डिजिटल सोने के दौर में आ चुके हैं।
पर क्या हैं ये बिटक्वाइन एक बिटक्वाइन कीमत कितनी है ? और क्या अपनी किस्मत बदलने जितने बिटक्वाइन की माइनिग कर सकते हैं ?
वक़्त आ गया है अपने बिटक्वाइन को हॉडल करने का।
आप देख रहे हैं ‘‘क्या हो अगर’’ और ये है क्या हो अगर आपके पास 10,00,000 बिटक्वाइन हों ?
2009 में ख़ुद को सटोषी नाकामोटो कहने वाले एक शख़्स ने एक नया सॉफ्टवेयर कोड जारी किया। अब सीधा 2021 की तरफ चलते हैं जहां वो सॉफ्टवेयर कोड आकार में बड़ा हो चुका है।
इस वक्त मौजूद कुल Bitcoins की क़ीमत 647.2 अरब डॉलर हैं। (How Bitcoins Are Used)
हम बात कर रहे हैं बिटक्वाइन की वो क्रांतिकारी डिजिटल मुद्रा जो सुर्खियों में काफ़ी छाई रहती है। चाहे आप डोज को वो मीम वाला कुत्ता समझते हों या क्रिप्टो के मामले में पूरी तरह से अनाड़ी हों हम आपको देंगे सारी जानकारी।
तो, ज़रा सोचिए कि आपके पास 10,00,000 बिटक्वाइन हैं। आप इतने बिटक्वाइन्स से क्या ख़रीद सकते हैं?(Why Bitcoins Are So Expensive) अगर आप नहीं जानते कि बिटक्वाइन कैसे काम करते हैं तो ये हैं इसे समझने के लिए कुछ साधारण बातें।
What Is Bitcoins | How Does It Work ? :-
बिटक्वाइन एक डीसेंट्रलाइज़्ड यानी विकेंद्रित डिजिटल मुद्रा है। इसके लिए कोई केंद्रीय बैंक नहीं है और बिटक्वाइन किसी के भी पास हो सकते हैं।
इसके ट्रांसेक्शन यानी लेनदेन क्रिप्टोग्राफी यानी जानकारी को कोड के ज़रिए भेजने की तक़नीक के ज़रिए एक नेटवर्क में वेरीफाइड यानी सत्यापित होते हैं। इस वजह से ये जानकारी बेहद सुरक्षित हो जाती है। आज तक किए गए सभी ट्रांसेक्शन्स ब्लॉकचेन कहे जाने वाले एक सार्वजनिक खाते में रखे गए हैं।
पर, आप सोच रहे होंगे कि ये सारे बिटक्वाइन आते कहां से हैं? :- (How Bitcoins Are Created)
क्रिप्टोकरंसी में माइनिंग शब्द का इस्तेमाल होता है यानी ब्लॉकचेन में वेरिफाइड ट्रांसेक्शन के रिकॉर्ड्स को जोड़ना या एड करना।
अकाउंटिंग के इस काम का भुगतान नई बिटक्वाइन के रूप में किया जाता है। पर आपको रक़म मिलने की संभावना हो, इसके लिए आपको 1 मेगाबाइट की ट्रांसेक्शन करनी होती है। नहीं तो, आपको कुछ भी नहीं मिलने वाला।
तो, हर ट्रांसेक्शन में कितना डाटा है, उसे देखते हुए आपको कई हज़ार तक के वेरीफाइड ट्रांसेक्शन एड करने पड़ सकते हैं ताकि आपको बिटक्वाइन कमाने का मौका मिल सके।
और इसके बाद, आपको वेरीफिकेशन की प्रक्रिया से गुज़रना होता है और एक पेचीदा गणित के सवाल का जवाब निकालने वाला पहला माइनर बनना होता है।
इसे प्रूफ ऑफ वर्क के नाम से जाना जाता है। फिर, आपको आपका रिवॉर्ड मिलता है। पर इससे जुड़ी एक असाधारण बात भी है। बिटक्वाइन की संख्या सीमित है। एक बार ये सारे बिटक्वाइन माइन कर लिए जाएं तो बस।
और आंकलन के मुताबिक़ साल 2140 तक सारे बिटकॉइन माइन कर लिए जाएंगे इसके बाद, कौन जानता है क्या होगा?
तो, अब जब हम जान चुके हैं कि बिटक्वाइन क्या है और इसे कैसे माइन करना है। तो एक बिटक्वाइन की क़ीमत कितनी है
What Bitcoins Price ? :-
किसी भी मुद्रा की तरह इसकी क़ीमत बदलती रहती है। शुरुआती दिनों में, एक बिटक्वाइन की क़ीमत ना के बराबर थी।
इसकी क़ीमत थी, पर इसे शायद ही कोई गंभीरता से लेता था। और ऐसा कोई बाज़ार या एक्स्चेंज नहीं था जहां आप इसका इस्तेमाल कर सकते। ये सब बातें एक और क्रिप्टो की याद दलाती हैं जो हाल के दिनों में ख़बरों में रही।
डोजक्वाइन और क्रिप्टो का पसंदीदा कुत्ता केवल प्यारा दिखने की वजह से ख़बरों में नहीं थे। ख़ैर, वापस बिटक्वाइन की तरफ चलते हैं। 2010 में, रिपोर्ट आई थी कि किसी ने 10,000 बिटक्वाइन को 50 डॉलर में नीलाम करने की कोशिश की थी।
पर किसी ने उन्हें खरीदा नहीं। तो आज उन 10,000 बिटक्वाइस की कीमत कितनी होगी? 2010 में एक बिकॉइंस की क़ीमत 0.01 डॉलर से भी कम थी ।
आपने सही सुना, ये लगभग बेकार थे। और अब, इस लेख को लिखे जाने के वक़्त अगर आपने बिटक्वाइन्स का वो ढ़ेर खरीदा होता और वो आज भी आपके पास होते तो आपकी क़िस्मत बुलंद होती।
उसकी क़ीमत 44 करोड़ डॉलर होती। तो आज, आपके एक बिटक्वाइन खरीदने की भी संभावना नहीं है।
बशर्ते आप इलॉन मस्क हों और 1.5 अरब डॉलर के बिटक्वाइन खरीदना हफ्ते भर की खरीददारी जैसा हो। इससे हम वापस माइनिंग की तरफ आ चुके हैं। क्या आप अपनी क़िस्मत बदलने जितने बिटक्वाइन की माइनिंग कर सकते हैं?
इसका सीधा जवाब है ना। बद्क़िस्मती से, जिस तरह से बिटक्वाइन को बनाया गया है एक के बाद दूसरे ब्लॉक को माइन करना मुश्किल होता जाता है। अगले ब्लॉक को माइन करने में ज़्यादा वक़्त और ज़्यादा कंप्यूटिंग पावर की ज़रूरत होती है।
बिटक्वाइन को माइन करने में एक खामी ये है कि इन कंप्यूटेशन्स यानी संगाना करने के लिए बहुत ज़्यादा पावर की ज़रूरत होती है। इसमें बहुत सारी बिजली की खपत होती है। और जैसा कि आप जानते हैं, इसमें पैसा लगता है।
क्या हो अगर आपने अपने पास एक दशक पहले 10,00,000 बिटक्वाइन छिपा कर रख लिए हों? :-
ख़ैर, आप इन्हें बोलीविया या नेपाल में तो खर्च नहीं कर सकते क्योंकि यहां बिटक्वाइन पर बैन लगा हुआ है।
पर जॉगबी एनलेटिक्स ने 2020 में एक सर्व में पाया कि अमेरिका के एक-तिहाई छोटे व्यापार भुक्तान के तौर पर क्रिप्टोकरंसी लेते हैं।
कुछ बड़ी कंपनियां बिटक्वाइन लेने को राज़ी हैं जिनमें माइक्रोसॉफ्ट और कुछ विमान कंपनियां चेन रेस्तरां, प्रोफोशनल खेल टीमें और इंग्लैंड की कम से कम एक ज़मीन बेचने वाली कंपनी शामिल है।
वास्तविकता में आपको या मुझे इतने बिटक्वाइन्स मिलने की संभावना अफ़सोसजनक रूप में कम है। पर इस बात को कोई नहीं नकार सकता।
क्रिप्टोकरंसी अभी कहीं नहीं जाने वाली। तो, कौन कह सकता है कि हम आज से 10 साल बाद इसका इस्तेमाल पीज्ज़ा खरीदने के लिए नहीं कर रहे होंगे?
वो बिटक्वाइन भी हो सकता है या मौजूदा क्रिप्टोकरंसीस में से कोई और। या हो सकता है कि हम तब भी वही पुराने यूरो, येन युआन या डॉलर का इस्तेमाल कर रहे हों। कौन जानता है?
पर क्या हो अगर आपके पास ख़र्च करने के लिए 100 अरब डॉलर हों? जानने के लिए देखते रहें ‘‘क्या हो अगर’’ .